Monday, April 29, 2013

चाँदनी की धनक








साफ़-सुथरे आसमान पर 
खुलके पसरने की सनक,
आज दिखी है चाँदनी की धनक।
कुछ सितारे झिलमिलाए 
अलसाए, आंखें चुराए,
बहुत दिन हुए, ऐसी देखी ना दमक।
आज दिखी है चाँदनी की धनक!          (मृत्युंजय)

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