Mrityunjay Kumar Singh
Monday, March 17, 2014
होली की शुभकामनाएं मित्रों!…
सारे रंगों का साथ हो गया
इतना कि अनुपात खो गया।
पकड़ा गोरी को रंग लगाने
तो निकला उसका भाई,
सबने
इतनी भंग पिलाई!
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